आपको पता ही है कि 27 सीटों पर उपचुनाव होने हैं और इसी के कारण जातीय समीकरण साधने की कोशिश की जा सकती है हम आपको बता देंगे पुराने कार्यकर्ता भी कुछ नाराज चल रहे हैं बीजेपी से और उन में तालमेल बैठाने के लिए यह तरीका है जा सकता है। बाकी कार्यकारिणी की घोषणा को फिलहाल आगे के लिए टाल दिया गया है. नए चेहरों को महामंत्री बनाकर वीडी शर्मा ने उपचुनाव के मद्देनजर जातिगत समीकरण साधने, मंत्रिमंडल में स्थान न मिलने की नाराजगी दूर करने सहित बड़े नेताओं की पसंद को तरजीह देने की कोशिश की है. राज्य में जिन 27 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें 16 सीटे ग्वालियर-चंबल संभाग में पड़ती हैं. ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने महामंत्रियों की नियुक्ति में भौगोलिक संतुलन को भी ध्यान में रखा है. इसके अलावा युवाओं को संगठन में आगे लाने की कवायद भी दिखाई देती है. हम आपको बता दें कि उपचुनाव से पहले जातीय समीकरण सही होना चाहिए तभी ग्वालियर चंबल में जीतने के आसार बढ़ेंगे । महामंत्रियों की नियुक्ति के जरिए ओबीसी, ब्राह्मण, अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक सिंधी समाज को संगठन में प्रतिनिधित्व देने की कोशिश भी की गई है।
प्रदेश अध्यक्ष श्री #vdsharmabjp द्वारा केंद्रीय नेतृत्व से परामर्श के उपरांत भाजपा प्रदेश महामंत्रियों को मनोनीत किया है।
1.श्री रणवीर सिंह रावत 2.श्री हरिशंकर खटीक 3.श्री शरतेन्दु तिवारी 4.श्री भगवानदास सबनानी 5.सुश्री कविता पाटीदार